चरित्र के प्रारंभिक लक्षण-सिर्फ बाह्य सांसारिक लक्ष्यों के प्रति पूर्वाभिमुखता, हठी, निश्चित रूप धारण करना, संकीर्ण मानसिकता, हृदयहीन, शुष्क स्वभाव, निष्ठुर, भयभीत, निराशावादी, दूसरों के सहारे उन्नाति करने की इच्छा करना, अत्यधिक आधिपत्यपूर्ण, उपलब्धियाँ प्राप्ति का लक्ष्य होना, अनैतिक साधनों द्वारा सफलता प्राप्ति की इच्छा करना, सत्ता की भूख, प्रतिष्ठा के प्रति सचेत होना, अत्यधिक सतर्क, कंजूस, भावनात्मक रूप से निरुद्ध।